जालन्धर (अजय छाबड़ा):- इनोसैंट हार्ट्स स्कूल, ग्रीन माडल टाऊन कैम्पस में अध्यापकों के लिए वर्कशाप का आयोजन किया गया। इस वर्कशाप का विषय था ‘इनोवेटिव टीचिंग टैक्निकस’। इस वर्कशाप के रिसोर्सपर्सन गुलराज सिंह शाहपुरी थे जोकि साइकालोजिस्ट होने के साथ-साथ बहुत बढिय़ा वक्ता भी हैं। उन्होंने पुराने समय से चली आ रही शिक्षा प्रणाली में परिवर्तन लाने के लिए भी कहा। उन्होंने कहा कि 75 प्रतिशत बच्चों को पर्सनैलिटी का विकास 12-13 वर्ष की उम्र में होता है, इसलिए बच्चों को अपनी पर्सनैलिटी के विकास का मौका अवश्य मिलना चाहिए। क्लास रूम में दाखिल होते समय अध्यापकों के चेहरे पर मुस्कान होनी चाहिए ताकि समय पूरा समय कक्षा में सकारात्मकता बनी रहे। उन्होंने बच्चों की पर्सनैलिटी निर्माण में ग्रुप वर्क को बढिय़ा ढंग बताया। उन्होंने इब्राहीम लिंकम के शब्दों पर चलने रहने के लिए कहा-‘लक इज ए कम्बीनेशन ऑफ अपाचुरनीटी एंड प्रीपेयरर्डनैस।’ उन्होंने अध्यापकों को सलाह दी कि चीजों को बदलने की बजाये वह स्वयं में पविर्तन लेकर आएं। मंच संचालन अम्बिका पसरीजा ने किया।
इस अवसर पर डायरैक्टर प्रिंसीपल धीरज बनाती, वाईस प्रिंसीपल शर्मिला नाकरा, परीक्षा इंचार्ज गुरविन्द्र कौर, जूनियर विंग इंचार्ज हरलीन गुलेरिया उपस्थित थे। डायरैक्टर प्रिंसीपल धीरज बनाती ने गुलराज द्वारा बताए गए नए ढंगों की प्रशंसा की और अध्यापकों को इन ढंगों को अपनाने के लिए भी प्रेरित किया।